एकेडेमिक ग्लोबल स्कूल में धूमधाम से मनाया गया आजादी का अमृत महोत्सव
- नृत्य व नाट्य मंचन ने लोगों को याद दिलाई अमर बलिदानियों की कहानी
- नाट्य - मंचन में दिखी गंगा जमुना की तहजीब, छात्राओं ने पिरामिड बनाकर दिया महिला सशक्तिकरण का संदेश
गोरखपुर। आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के तहत सोमवार को पादरी बाजार क्षेत्र के जंगल धूषण स्थित एकेडमिक ग्लोबल स्कूल में धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया गया।
विद्यालय के चेयरमैन ई. संजीव कुमार, निदेशक राजेश कुमार, सहायक निदेशक संदीप कुमार, करुणा भदानी, छाया सिंह, सीएल मौर्य, प्रधानाचार्य वीसी चॉको, एडमिनिस्ट्रेटर अफरोज खान ने ध्वजारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
ध्वजारोहण होते ही विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं , कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं ने एक स्वर में राष्ट्रगान किया।
इसके बाद 'मां सरस्वती वर दे' गीत से सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कक्षा आठवीं के अरनव ने अपने भाषण द्वारा अमर बलिदानियों की कथा सुनाई। वत्सल जायसवाल ने स्वतंत्रता के मायने बताए। इसके बाद कक्षा सातवीं के छात्रों द्वारा 'ऐ वतन तेरे लिए' गीत प्रस्तुत किया गया। इस दौरान आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले अमर सपूतों की वेशभूषा में तैयार बच्चों ने सुंदर झांकी प्रस्तुत की।
देश की आन-बान-शान तिरंगे पर आधारित गीत प्रस्तुत किया गया। वहीं नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा 'तारा रा पम-पम' गीत पर आधारित प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। छोटे बच्चों की प्रस्तुति ने सभी के चेहरे पर मुस्कान ला दिया।
विद्यालय के सामाजिक विज्ञान शिक्षक आशीष उपाध्याय ने आजादी की संपूर्ण कथा का विवरण प्रस्तुत किया। कक्षा छठी और आठवीं के छात्रों द्वारा 'मेरा कर्मा तू' गीत प्रस्तुत किया गया इस जीत ने सभी की आंखें नम कर दी।
अंत में 'आरंभ है प्रचंड गीत' पर नाट्य-नृत्य मंचन किया गया जिसमें कक्षा छठवीं से आठवीं की छात्राओं ने अपनी उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन करते हुए समा बांध दी। इस नृत्य ने सभी के अंदर जोश भर दिया। छात्राओं ने पिरामिड बनाकर महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया।
नृत्य में भारत माता, आतंकवादियों व देश की एकता और अखंडता को भी एक गीत में समावेशित कर छात्राओं ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। वहीं दूसरे नाट्य-मंचन ने गंगा-जमुनी तहजीब प्रस्तुत करते हुए भारत माता को आजाद कराने के लिए आम जनमानस की अहम भूमिका को भी उजागर किया। बेड़ियों में बंधी भारत माता द्वारा आम जनमानस से अपनी आजादी के लिए गुहार लगाने पर गांव के लोगों द्वारा भारत माता को आजाद कराने के नाट्य मंचन ने सभी को भावुक कर दिया।
आरंभ है प्रचंड गीत पर आधारित नृत्य मंचन ने प्रथम पुरस्कार जीतकर स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के विनर का खिताब अपने नाम किया। कार्यक्रम का समापन प्रधानाचार्य के अभिवादन द्वारा समाप्त हुआ। इस दौरान प्रधानाचार्य ने आए हुए सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही झंडे तिरंगे के महत्व को भी बड़ी बारीकी से समझाया।
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