सीएम राइज स्कूल में धूमधाम से मनाया गया प्रवेशोत्सव
-- अभिभावकों व छात्रों को तिलक लगाकर व पुस्तक वितरित कर मनाया गया प्रवेशोत्सव
चितरंगी। ( उपेन्द्र द्विवेदी ) नए सत्र को लेकर शासन व शिक्षा विभाग दोनों ही छात्रों के उत्तरोत्तर विकास को लेकर सजग है। इसके लिए विभाग की ओर से नए सत्र में छात्रों के प्रवेश उत्सव को लेकर पूर्व में ही सभी विद्यालयों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए थे।
शासन की मंशा के अनुरूप मंगलवार को शासकीय सीएम राइज मॉडल स्कूल चितरंगी व कैंपस शाला लालमाटी में धूमधाम से प्रवेश उत्सव मनाया गया।
सर्वप्रथम विद्यालय की छात्रा अंजू पनिका द्वारा सभी छात्र-छात्राओं में अभिभावकों को तिलक लगाकर स्वागत किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी मिश्रीलाल सिंह, विद्यालय के प्राचार्य अशोक सिंह सहित अन्य शिक्षकों ने मां सरस्वती व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। छात्रा अंजू पनिका द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इसके बाद सरस्वती वंदना हुई।
छात्रों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी मिश्रीलाल सिंह ने कहा कि अभिभावकों के सहयोग से ही छात्र आगे बढ़ सकते हैं। शिक्षकों द्वारा बनाई गई योजना तभी प्रभावी होगी जब अभिभावक अपने बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए सक्रिय सहयोग करेंगे।
विद्यालय के प्राचार्य अशोक सिंह बघेल ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि अभिभावक छात्रों और शिक्षकों के बीच की कड़ी होते हैं। बिना अभिभावकों के सक्रिय सहभागिता के छात्रों का विकास कठिन है। अभिभावकों की सक्रिय सहभागिता से ही छात्र उत्तरोत्तर विकास कर सकते हैं। विद्यालय व शिक्षकों द्वारा छात्रों के बहुआयामी विकास को लेकर विभिन्न रूपरेखा व योजना बनाई जाती है। साथ ही विद्यालय स्तर पर उसका क्रियान्वयन भी किया जाता है किंतु यह योजना तभी प्रभावी होगी जब इसमें अभिभावकों का सक्रिय सहयोग होगा।
उप प्रधानाचार्य पद्माकर मिश्र ने कहा कि शिक्षक देश का निर्माता होता है। देश के निर्माण में छात्रों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसीलिए समय-समय शासन की मंशा के अनुरूप विद्यालय में ऐसे उत्सव का आयोजन किया जाता है जिससे कि छात्र शिक्षक व अभिभावक एकजुट होकर छात्रों के विकास को लेकर चर्चा-परिचर्चा कर सकें।
प्रधानाध्यापक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अभिभावकों का बच्चों के प्रति कम रुझान होना ही उनके विकास में अवरोध पैदा करता है। ऐसे में शिक्षकों का अभिभावकों को मिलकर बच्चों के विकास में अपनी महती भूमिका निभानी होगी।
तत्पश्चात विद्यालय के प्रधानाध्यापक सज्जन सिंह ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री द्वारा अभिभावकों के लिए भेजे गए दिशा निर्देश को पढ़कर सुनाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के विकास में सबसे अहम भूमिका इन नन्हे मुन्ने बच्चों का है जो आगे चलकर देश के विभिन्न पदों पर रहते हुए देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे में उनके उचित मार्गदर्शन के लिए शिक्षकों और अभिभावकों का एकजुट होकर शासन के दिशा निर्देश का पालन करते हुए कार्य करना होगा। जिससे कि यह छात्र देश और समाज की सेवा कर सकें।
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