हनुमान जयन्ती पर आयोजित हुआ श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ

हनुमान जयन्ती पर आयोजित हुआ श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ
-- पथरा बाजार क्षेत्र के गौरी पाठक में धूमधाम से मनाई गयी हनुमान जयंती 

पथरा बाजार । (उपेन्द्र द्विवेदी) जिले के पथरा बाजार क्षेत्र स्थित गौरी पाठक गांव में बुधवार को धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई गई। गांव के युवाओं द्वारा हनुमान जयंती के आयोजन किया गया। 
देर शाम युवाओं द्वारा बाजे गाजे के साथ विधि-विधान से मुख्य यजमान राधेश्याम दूबे व राधेरमण दूबे द्वारा गौरी-गणेश सहित नौ ग्रह का पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हनुमान जी की प्रतिमा का पूजन-अर्चन किया गया। इस दौरान श्री सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया। घण्ट-घणियाल, शंखनाद व ढोलक की थाप के श्री हनुमान जी महाआरती  व श्री रामायण जी की आरती हुई। इसके बाद प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान गायक शुभम व रजनीश पाठक के भजनों पर लोग झूमते नजर आए।
इस अवसर पर मुख्य आयोजक राधेश्याम दूबे, राधेरमण दूबे, कीर्तन मंडली के अध्यक्ष गोपाल पाण्डेय, रजनीश पाठक, शुभम पाठक, प्रिंस पाठक, पिंकू पाठक, महेंद्र द्विवेदी, पंकज दूबे, गंगा स्वरूप पाठक, सोनू, बब्बू पाठक, प्रियांशु आदि मौजूद रहे।
 
पुरोहित पं. सुखसागर मिश्र ने बताया कि धर्मग्रंथों के अनुसार एक बार भूख से बालक हनुमान ने भोजन की लालसा में सूर्य देव को फल समझकर निगल लिया था। जब इंद्र देव ने उनसे सूर्य देव को अपने मुंह से हटाने के लिए कहा, तो उन्होंने मना कर दिया, जिससे इंद्र देव क्रोधित हो गए। उन्होंने जाकर हनुमान जी पर वज्र से हमला कर दिया, जिससे वे बेहोश होकर गिर गए। यह सब देखकर पवन देव क्रोधित हो गये और उन्होंने समस्त संसार से वायु का प्रवाह रोक दिया।
इसके बाद भगवान ब्रह्मा और अन्य देवताओं ने अंजनी पुत्र को दूसरा जीवन दिया और उन्हें कुछ दिव्य शक्तियां भी दीं। यह घटना चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन घटी, तभी से इस दिन को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाने लगा।
इस दिन हुआ था अंजनी पुत्र का हनुमान का जन्म

पौराणिक कथाओं के अनुसार, वीर हनुमान का जन्म कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को माता अंजनी की कोख से हुआ था। कहा जाता है कि उनके जन्म के समय कई तरह के शुभ संयोग बने थे, जिनका बनना बहुत दुर्लभ माना जाता है।

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